गूलर फल खाने के फायदे और नुकसान/cluster fig eating benefits loss tips

गूलर खाने के फायदे और नुकसान लेख में आप का स्वागत है। गूलर का वैज्ञानिक नाम फाइकस रेसीमोसा (ficus racemosa) है।इसे अंग्रेजी भाषा में गूलर फिग (Gular fig),कन्ट्री फिग(country fig) और क्लस्टर फिग(cluster fig कहते हैं।हिंदी में उमरी, तुई, गुल्लर, उमर और दुधरी आदि नामों से जाना जाता है।उड़ीया भाषा में डिमरी कहते हैं।गूलर मारेसिए (moraceae) कुल का सदस्य हैं। 

Cluster fig eating benefits and loss,gular khane ke fayde
Gular fal khane ke fayde in hindi

गूलर के पेड़ को आयुर्वेद में बहुत ही महत्व दिया जाता है।आयुर्वेद में गूलर के पेड़ की छाल, फल ,फूल, लकड़ी,और जड़ को प्रयोग में लाया जाता है।गूलर के पेड़ की लंबाई लगभग 15 से 31 फिट के आसपास हो सकती है।इसके पत्ते अंडाकार होता है।गूलर के पेड़ पर मार्च से जून तक फल लग जाते हैं ।गूलर का फल कच्चा होने पर हरा होता है और पक जाने पर पिला या लाल कलर का हो जाता है।इन फलों के भीतर छोटा छोटा बीज पाया जाता है।गूलर का फल अन्य फलों की तुलना में कम मीठा होता है।गूलर के फल में भरपूर मात्रा में पौष्टिक तत्व पाया जाता है।

गूलर के फल की तासीर - ठंडी होती है।

गूलर पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद - Figs beneficial for the digestive system

गूलर पाचन तंत्र के लिए उपयोगी साबित हो सकता है ।गूलर खाने के फायदे पाचन क्रिया में लाभ पहुँचाता है।पाचन तंत्र की समस्या को दूर करने के लिए गूलर के पके और सूखे फलों का चूर्ण बनाकर सुबह शाम सेवन करने से लाभ मिलता है।शरीर में मैग्नीशियम की कमी से भी पाचन विकार उत्पन्न हो सकता है जिसको हम गूलर के सेवन से दूर कर सकते हैं।

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गूलर दाँत के रोग में उपयोगी - Sycamore useful in tooth disease

गूलर दाँतो के रोगों के लिए फायदेमंद साबित होता है।दाँत के रोगों में गूलर का काढ़ा बनाकर कुल्ला करने से मुंह के अंदर उपस्थित हानिकारक जीवाणु को दूर करने में सहायता मिलती है,और दाँतो को हेल्दी और स्वास्थ्य रख सकते है।गूलर के पके फल भी दाँतो के लिए लाभ पहुंचाते है।गूलर के फल के सेवन से दाँतो के मसूड़ों को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है।इस प्रकार गूलर के फल और फल का रस दोनों फायदेमंद साबित होता है।

गूलर स्वेतप्रदर में लाभकारी - Beneficial in Gular Svetpradar

गूलर स्वेतप्रदर में लाभदायक हो सकता है।स्वेतप्रदर में लाभ के लिए गूलर के रस का सेवन प्रतिदिन नियमित रूप से करना चाहिए ऐसा करने से स्वेतप्रदर रोगियों के लिए लाभ मिलता है।गूलर के फल का काढ़ा बनाकर पीने से भी स्वेतप्रदर रोग में लाभदायक सिद्ध होता है।

गूलर बवासीर रोग में लाभदायक - Beneficial in piles disease

गुलर के फल के सेवन से बवासीर रोग में लाभ मिलता है।कच्चे गूलर की सब्जी बनाकर खाने से भी बवासीर रोग में आराम मिलता है। इसके अलावा खूनी बवासीर में आप गूलर के दूध का सेवन कर सकते हैं।इसके लिए एक कप पानी में गूलर के दूध की 8-10 बूंद मिला कर पीने से आराम मिलता है।खूनी बवासीर को दूर करने के लिए गूलर के सूखे फलों के चूर्ण में चीनी मिलाकर प्रतिदिन सेवन करना लाभदायक सिद्ध होता है।

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 गूलर तनाव व अनिद्रा को दूर करने के लिए उपयोगी - Useful to remove stress and insomnia

गूलर तनाव और अनिद्रा की समस्या को दूर के लिए भी फायदेमंद माना जाता है।गूलर के फल के सेवन से इन समस्याओं को समाप्त किया जा सकता है।

 गूलर मासिक धर्म विकार को दूर करने के लिए लाभदायक - Beneficial to remove Gular menstrual disorder

गूलर मासिक धर्म विकार को दूर करने के लिए लाभकारी सिद्ध होता है।गूलर की छाल का काढ़ा बनाकर पीने से मासिक धर्म की समस्याओं में लाभ मिलता है।इसके अलावा एक अन्य उपाय यह है कि गूलर की कच्ची फलियों को सुखा कर कूट पीस कर चूर्ण बना ले,इस चूर्ण के बराबर ही मिश्री मिला लें।इस मिश्रित औषधि को डिब्बा में पैक करके रख ले।अब इस आयुर्वेदिक औषधि को इक्कीस दिन तक सुबह शाम 5-10 ग्राम की मात्रा में सेवन करें।इस औषधि के सेवन से सभी मासिक धर्म से सम्बंधित समस्याओं में आराम मिलता है।

गूलर मधुमेह रोगियों के लिए लाभकारी - Gular is beneficial for diabetics

गूलर का फल मधुमेह रोगियों के लिए लाभदायक हो सकता है क्योंकि इसमें एंटीबायोटिक, एंटी अस्थमैटिक, एंटी ऑक्सीडेंट गुण पाया जाता है।जो मधुमेह को नियंत्रित करने के लिए उपयोगी साबित होता है।गूलर के पेड़ की छाल का काढ़ा बनाकर पीने से भी मधुमेह रोगियों को लाभ मिलता है।

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 गूलर लाल रक्त कणिकाओं को बनाने के लिए फायदेमंद - Gular is beneficial for making red blood cells

गूलर लाल रक्त कणिकाओं को बनाने के लिए उपयोगी साबित होता है क्योंकि गूलर के फल में विटामिन बी 2 उपस्थित रहता है जो शरीर में लाल रक्त कणिकाओं के निर्माण में सहयोग प्रदान करता है।इसके अलावा इस फल के सेवन से शरीर में एंटी बॉडी सेल्स के निर्माण में भी लाभ मिलता है।जिससे शरीर के जरूरी सभी जगहों पर ऑक्सीजन पहुंचाने में मदद मिलती है।

गूलर शरीर में आयरन की कमी को दूर करने के लिए उपयोगी - Gular is useful for removing iron deficiency in the body.

गूलर शरीर में आयरन की कमी को दूर करने के लिए फायदेमंद होता है क्योंकि गूलर के फल में की कमी को दूर करने वाले तत्व उपस्थित होते हैं।

गूलर शरीरिक कमजोरी को दूर करने में लाभकारी - Gular is beneficial in removing physical weakness

गूलर शारिरिक कमजोरी को दूर करने के लिए लाभदायक सिद्ध होती है।शारिरिक कमजोरी में गूलर के फायदे के लिए गूलर के कच्चे फल को सूखा कर चूर्ण बनाकर रख लें।अब इस चूर्ण में बराबर मिश्री मिलाकर प्रतिदिन 10 ग्राम का सुबह शाम दूध के साथ सेवन करने से शारिरिक कमजोरी दूर हो कर रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है।गर्मी के समय में गूलर के पके फल का रस या शर्बत बना कर पीना चाहिए।गूलर का रस या शर्बत पीने से मन प्रफुल्लित और आनन्दित हो जाता है,और शरीर में शक्ति आ जाती है।

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 गूलर निमोनिया के रोगियों के लिए लिए फायदेमंद - Beneficial for the patients of Gular Pneumonia

गूलर निमोनिया के रोगियों के लिए उपयोगी साबित होता है।निमोनिया रोग में गूलर के फायदे के लिए गूलर फल का काढ़ा बनाकर उपयोग करना चाहिए।गूलर फल का काढ़ा बनाने के लिए इस फल को पानी में डाल कर उबालें और ठंडा होने पर छान कर उपयोग करें।

गूलर मूत्र विकार को दूर करने के लिए उपयोगी - Useful to remove Gular urinary disorder

गूलर का फल मूत्र विकार को दूर करने के लिए फायदेमंद माना जाता है।मूत्र विकार में गूलर के फायदे के लिए गूलर के पके हुए फल का प्रतिदिन सेवन करें।मूत्र विकार से सम्बंधित बीमारी(पेशाब में जलन, पेशाब के समय दर्द होना, बार बार पेशाब लगना, रुक रुक कर पेशाब आना)आदि समस्याओं में लाभ पहुँचता है।गूलर के सूखे फलों के छिलके निकालकर कूट पीस कर पाउडर बना लें और इस पाउडर के बराबर मिश्री मिलाकर रख लें।अब इस मिश्रण को प्रतिदिन दो बार सुबह शाम को 6 - 6 ग्राम गाय के दूध के साथ सेवन करने से भी मूत्र सम्बंधित समस्याओं को दूर करने में मदद मिलती है।

 गूलर उल्टी दस्त की समस्या को दूर करने के लिए लाभदायक - Gular Beneficial to remove the problem of vomiting and diarrhea

गूलर उल्टी दस्त की समस्या को दूर करने के लिए लाभकारी सिद्ध होता है।गूलर खाने के फायदे उल्टी दस्त में लाभ पहुंचाता है।उल्टी दस्त होने पर गूलर के पके फलों को सूखा कर कूट पीस कर चूर्ण बना लें ,अब इस चूर्ण को दूध के साथ दिन में दो बार सेवन करने से लाभ मिलता है।गूलर की जड़ के चूर्ण को किसी ताजे फल के साथ 4- 5 ग्राम की मात्रा में देने से लाभ मिलता है। गूलर के दूध की 3-5 बूंद बताशे में डालकर दस्त से पीड़ित व्यक्ति को दिन में तीन बार देने से लाभ मिलता है। 

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गूलर ब्रेन स्ट्रोक की समस्या में लाभकारी - Beneficial in the problem of sycamore brain stroke

गूलर खाने के फायदे ब्रेन स्ट्रोक की समस्या में लाभ पहुंचाता है क्योंकि गूलर के फल में पोटैशियम भरपूर मात्रा में पायी जाती है।पोटैशियम की भरपूर उपस्थित के कारण तंत्रिका तंत्र और संज्ञानात्मक कार्यों को बढ़ाया जा सकता है और मस्तिष्क में ऑक्सीजन के प्रवाह को बनाए रखने में मदद मिलती है।जिससे व्यक्ति को ब्रेन स्ट्रोक से बचाया जा सकता है।

गूलर कैंसर को दूर करने के लिए उपयोगी - Useful to remove Gular cancer

गूलर कैंसर को दूर करने के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है क्योंकि गूलर में एन्टी कैंसर और एन्टी ऑक्सीडेंट गुण पाया जाता है।कैंसर की समस्या में लाभ के लिए गूलर के रस का सेवन करना उपयोगी होता है।इसके सेवन से कैंसर की कोशिकाओं को खत्म करने में मदद मिलती है और कैंसर से लड़ने में मदद मिलती है।

गूलर घाव को जल्दी ठीक करने के लिए लाभदायक - Beneficial for quick healing of sycamore wound

गूलर में घाव को जल्दी ठीक करने का गुण भी पाया जाता है।गूलर की पत्ती, फल, छाल, जड़ और तना घाव में लाभ पहुचाते है।घाव को जल्दी ठीक करने के लिए गूलर के किसी भी भाग को उपयोग में लाया जा सकता है।

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गूलर हृदय रोग में लाभकारी - Gular beneficial in heart disease

गूलर खाने के फायदे हृदय रोग में लाभदायक सिद्ध होता है क्योंकि गूलर में मैग्नीशियम उचित मात्रा में पाया जाता है जो हृदय रोग में लाभ पहुँचता है।मांसपेशियों में तनाव, ऑक्सिडेटिव तनाव और अनियंत्रित धड़कन हृदय रोग को उत्पन्न करते हैं।इन सभी समस्याओं को गूलर के सेवन से दूर किया जा सकता है।

गूलर रोग प्रतिरोधक क्षमता  को मजबूत बनाने के लिए उपयोगी - Sycamore useful for strengthening immunity

गूलर रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।क्योंकि गूलर के फल में कॉपर की पूर्ण उपस्थिति पायी जाती है।जिसके सेवन से शरीर में कॉपर की कमी पूर्ण हो जाती है और शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।गूलर खाने के फायदे रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।

गूलर बुखार में फायदेमंद - Beneficial in Gular fever

गूलर बुखार में उपयोगी साबित हो सकता है।क्योंकि गूलर की जड़ में एन्टी इंफ्लेमेटरी और बुखार नाशक गुण पाया जाता है।बुखार से राहत पाने के लिए गूलर की ताजी जड़ों को लेकर कूट पीस कर इसका रस निकाल लें।इस रस में चीनी मिलाकर 5 -5 ग्राम सुबह शाम सेवन करने के लाभ मिलता है।जिससे बुखार की समस्या को कम किया जा सकता है। 

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गूलर के अन्य फायदे - Other Benefits of Sycamore

  गूलर के अन्य फायदे 

  • रक्त प्रदर में गूलर के चूर्ण में चीनी मिलाकर सुबह शाम सेवन करने से लाभ मिलता है।
  • दाँत के रोगों में गूलर के 2-3 फल का काढ़ा बनाकर कुल्ला करने से लाभ मिलता है।ऐसा करने से दांतों के विकार दूर होता है।जिससे व्यक्ति का दाँत और मसूड़े स्वस्थ और मजबूत बनता है।
  • फोड़े को जल्दी ठीक करने के लिए गूलर के दूध का प्रयोग किया जा सकता है।इसके लिए गूलर का दूध निकालकर घाव या फोड़े पर लगा कर रुई या पतला कागज चिपकाना चाहिए।
  • नकसीर रोग में भी गूलर के फल का चूर्ण को चीनी मिलाकर पीने से व्यक्ति को फायदा मिलता है।
  • शक्ति वर्धक के लिए गूलर की 20-25 बूंद दूध को एक छुहारे में भरकर सेवन करने से लाभ मिलता है और शुक्राणुओं की संख्या में वृद्धि होती है।
  • गूलर के दूध को बताशे में डालकर खाने से वीर्य शुद्ध होता है।गूलर के पके फल का चूर्ण, सेंधा नमक और शहद को मिक्स करके एक साथ खाने से भी वीर्य शुद्ध होता है।   

गूलर के नुकसान - Disadvantages of Sycamore

गूलर खाने के फायदे के साथ साथ गूलर खाने के नुकसान भी है ।गूलर का उचित मात्रा में सेवन फायदेमंद होता है लेकिन आवश्यकता से अधिक मात्रा में सेवन हानिकारक प्रभाव डालता है।इसके अलावा भी गूलर के कुछ नुकसान है जो इस प्रकार है - 

  • गूलर के फल खाने से कुछ लोगों को एलर्जी होती है ऐसे लोगों को गूलर के फल का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • गूलर के फल में छोटे छोटे कीड़े पाये जाते हैं।इस लिए गूलर के फल का ज्यादा मात्रा में सेवन नहीं करना चाहिए।
  • गूलर के फल का सेवन गर्भावस्था में करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
  • गूलर के फल का सेवन किसी बीमारी की दवाई का सेवन करने वाले लोगों को नहीं करना चाहिए।
  • गूलर के फल का ज्यादा मात्रा में सेवन करने से पाचन तंत्र में समस्या उत्पन्न हो सकती है।

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नोट 

      गूलर फल खाने से अगर शरीर में किसी प्रकार की समस्या या एलर्जी हो तो गूलर फल का सेवन बंद कर देना चाहिए और जनरल  फिजिशियन से सम्पर्क स्थापित करना चाहिए।

गूलर फल का सेवन किसी बीमारी का स्थायी इलाज नहीं है।यह यह बीमारी के प्रभाव को कम कर सकता है।स्थायी इलाज एक अच्छा चिकित्सक ही कर सकता है। 

गूलर खाने के फायदे और नुकसान का हमारा यह लेख आप लोगों को कैसा लगा।कमेंट करके आप अपनी राय बता सकते हैं।

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Milan Tomic

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