बथुआ साग और सब्जी के रूप मे उपयोग किया जाता है।इसका वैज्ञानिक नाम किनोपोडीयम एल्बम (chenopodium album) है।यह किनोपोडीएसी (chenopodiaceae) कुल से सम्बंध रखता है।इसे अंग्रेजी में allgood(आलगुड),लैम्बस क्वार्टर (lamb's quarters),वाइल्ड स्पिनिच(wild spinach),वाइल्ड गूज फूट (wild goose foot),लैम्ब्स क्वार्टर (lamb's quarters) तथा इसे हिंदी में बथुआ, बथुया, चिल्लीशाक,बथुआ साग के नाम से जाना जाता है।
बथुआ खाने के फायदे और नुकसान |
बथुआ गेहूं की फसल के साथ उगता है।यह ठंड के मौसम में होने वाला साग है।इसे हम साग, रायता बना कर खा सकते है।इसका पराठे के रूप में भी उपयोग कर सकते है।बथुआ का साग बिना मसाला के बनाने से ज्यादा लाभदायक होता है।बथुआ के साग में नमक की जगह सेंधा नमक डाल कर बनाने से स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद साबित होता है।बथुआ में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं।बथुआ में भरपूर मात्रा में कैल्शियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस, सोडियम, पोटैशियम, मैगजीन, लोहा, विटामिन बी2,बी3,बी5,और विटामिन सी, के अलावा पर्याप्त मात्रा में मिनरल्स पाये जाते है।ठंडी के मौसम में बथुआ का सेवन मीट से अधिक मात्रा में प्रोटीन दे सकता है।बथुआ महत्वपूर्ण और स्वास्थ्यवर्धक साग है।बथुआ पेट के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है।बथुआ का आयुर्वेद में भी बहुत ही महत्व है।
बथुआ की तासीर ठंडी होती है।
बथुआ पेट की समस्या को दूर करने के लिए उपयोगी - Bathua is useful to remove the problem of stomach
बथुआ पेट की समस्या में फायदेमंद होता है।क्योंकि बथुआ में फाइबर की अच्छी मात्रा उपस्थित रहती है इसके साथ ही बथुआ में सोडियम और प्रोटीन भी उपस्थित रहता है,जो पेट की समस्याओं जैसे कब्ज, भूख न लगना, भोजन ज्यादा देरी से पचना, पेट फूलना, खट्टी डकारें आना, आदि समस्याओं को दूर करता है।इसके लिए बथुआ का सेवन कुछ सप्ताह तक करना चाहिए।
और पढ़े - गाँठ गोभी खाने के फायदे और नुकसान
बथुआ जोड़ों के दर्द में फायदेमंद - Bathua is beneficial in joint pain
बथुआ जोड़ों के लिए उपयोगी साबित है।जोड़ों के दर्द से राहत पाने के लिए बथुआ की पत्तियों का काढ़ा बनाकर उपयोग करना चाहिए।जिस जोड़ पर दर्द होता है वहाँ बथुआ की पत्तियों का काढ़ा लगाने से लाभ मिलता है।जोड़ों के दर्द से लोगों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है।व्यक्ति के शरीर के जिस अंग के जोड़ में दर्द होता है उस अंग की गतिशीलता कम हो जाती है।इस परेशानी को दूर करने के लिए बथुआ का सेवन लाभप्रद होता है।
बथुआ मुँह के अल्सर के लिए लाभदायक - Bathua is beneficial for mouth ulcers
बथुआ मुँह के अल्सर के लिए लाभकारी सिद्ध होता है इसके लिए बथुआ की पत्तियों को तोड़कर अच्छे से धो लें।अब बथुआ की पत्तियों को कच्चा मुँह में डालकर चबाएं या कूचने से लाभ मिलता है।इससे मुँह का अल्सर, मुँह की बदबू, पायरिया, आदि रोग में फायदेमंद होता है।
बथुआ बालों के लिए उपयोगी - Bathua is useful for hair
बथुआ बालों के लिए फायदेमंद साबित होता है क्योंकि बथुआ में आयरन, फास्फोरस, विटामिन ए और विटामिन डी भरपूर मात्रा में उपस्थित रहता है।बथुआ में विटामिन और खनिज पदार्थ आंवला से अधिक मात्रा में उपस्थित रहता है।इस लिए बथुआ को बालों के लिए आंवला से कम नहीं समझना चाहिए।
और पढ़े - बरबटी खाने के फायदे
बथुआ तिल्ली की समस्या में लाभकारी - Bathua is beneficial in the problem of spleen
बथुआ तिल्ली बढने की समस्या को दूर करने के लिए लाभदायक सिद्ध होती है।इसके लिए काली मिर्च, सेंधा नमक और बथुआ को एक साथ उबाल लें।फिर इसका सेवन करें।इसके सेवन से ज्यादा बड़ी तिल्ली धीरे धीरे घट जायेगी ।
बथुआ खूनी बवासीर में फायदेमंद - Bathua is beneficial in bloody piles
बथुआ का भोजन में उपयोग करना खूनी बवासीर में उपयोगी साबित होता है।इसके लाभ के लिए बथुआ के पत्ते के रस को बकरी के दूध के साथ सेवन करना चाहिए।ऐसा करने से खूनी बवासीर में फायदेमंद रहता है।
और पढ़े - हरी गोभी(ब्रोकली) खाने के फायदे और नुकसान
बथुआ मोच के दर्द में फायदे के लिए उपयोगी - Bathua is useful for sprain pain
बथुआ मोच के दर्द को कम करने के लिए फायदेमंद साबित होता है।मोच के दर्द को कम करने के लिए बथुआ के पत्ते को पीस कर इसका लेप लगाना चाहिए।इससे मोच के दर्द से राहत मिलती है।
बथुआ गुर्दे की पथरी को दूर करने के लिए लाभकारी - Bathua is beneficial to remove kidney stones
बथुआ गुर्दे की पथरी को दूर करने के लिए लाभदायक होता है,गुर्दे की पथरी को दूर करने के लिए बथुआ के रस में शक्कर को मिलाकर सेवन करने से पथरी धीरे धीरे छोटे छोटे कणों में टूट कर बाहर निकल जाती है ।बथुआ के सेवन से आमाशय भी मजबूत और स्वस्थ रहता है।
बथुआ का सेवन रक्त की कमी और रक्त को शुद्ध करने के लिए उपयोगी - Consumption of Bathua is useful for anemia and to purify the blood
बथुआ का सेवन रक्त की शुद्धि और रक्त की कमी को दूर करने के लिए फायदेमंद साबित होता है, क्योंकि बथुआ में आयरन भरपूर मात्रा में उपस्थित होता है।जो रक्त की कमी को दूर करने के लिए फायदेमंद होता है।बथुआ के पत्तों के साथ में नीम के 5-6 पत्तों को मिला कर सेवन करने से रक्त अंदर से शुद्ध और साफ हो जाता है।
और पढ़े - परवल खाने के फायदे और नुकसान
बथुआ पेचिश को दूर करने के लिए लाभकारी - Bathua is beneficial to cure dysentery
बथुआ पेचिश को दूर करने के लिए लाभदायक सिद्ध होता है।पेचिश को दूर करने के लिए बथुआ के पत्तों की सब्जी बनाकर इसमें देशी घी मिला कर इसका सेवन करना चाहिए।इससे पेचिश में आराम मिलता है।
बथुआ प्रसव संक्रमण में फायदेमंद - Bathua is beneficial in delivery infection
बथुआ के उपयोग से आप प्रसव संक्रमण को दूर कर सकते है इसके लिए 10 ग्राम बथुआ साग, गुड़, मेथी, और अजवाइन का मिश्रण तैयार करके इसका सेवन 10 से 15 दिनों तक लगातार करना चाहिए।इससे इससे प्रसव संक्रमण में लाभ मिलता है।
बथुआ मूत्र संक्रमण को दूर करने के लिए लाभकारी - Bathua is beneficial to remove urine infection
बथुआ का उपयोग करके आप मूत्र संक्रमण से बच सकते हैं इसके लिए बथुआ के पत्ते का रस पांच मिली लेना चाहिए।बथुआ के पांच मिली रस में मिश्री मिलाकर पिलाने से मूत्र संक्रमण में लाभ पहुँचता है।मुत्र सम्बंधित समस्या से राहत पाने के लिए बथुआ के साग में नमक, जीरा, और नीबू मिलाकर उबाल लें।इसके उपयोग से भी मुत्र संक्रमण से लाभ मिलता है।
और पढ़े - शकरकंद खाने के फायदे और नुकसान
बथुआ दस्त में उपयोगी - Bathua useful in diarrhea
बथुआ दस्त को दूर करने के लिए फायदेमंद साबित होता है।दस्त को दूर करने के लिए बथुआ की सब्जी में अनार का रस, दही, तेल का मिश्रण करके सब्जी का सेवन करना चाहिए।यह मिश्रण दस्त में उपयोगी होता है।
बथुआ पीलिया रोग में फायदेमंद - Bathua is beneficial in jaundice
बथुआ का सेवन पीलिया रोग में उपयोगी साबित होता है।इसके लिए बथुआ और गिलोय के रस को सीमित मात्रा में लेकर इसका मिश्रण तैयार करें।इस मिश्रण का सेवन प्रतिदिन दो बार 25 से 30 ग्राम करने से पीलिया रोग की समस्या में लाभ मिलता है।
बथुआ ल्यूकोरिया रोग में लाभकारी - Beneficial in Bathua leukorrhea disease
बथुआ ल्यूकोरिया रोग में लाभदायक होता है।ल्यूकोरिया रोग में बथुआ की जड़ एक से दो ग्राम को जल या दूध में पकाकर सेवन करने से लाभ मिलता है।
और पढ़े - अरबी खाने के फायदे और नुकसान
बथुआ रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने के लिए उपयोगी - Bathua is useful for strengthening immunity
बथुआ व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए फायदेमंद साबित होता है। इसके लिए बथुआ के साग में सेंधा नमक मिलाकर छाछ के साथ खाना उचित रहता है।इससे व्यक्ति की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढती है।इस प्रकार से व्यक्ति को रोगों से लड़ने की क्षमता का विकास होता है,और व्यक्ति जल्दी बीमार नहीं होता है।
बथुआ दाँतो के लिए लाभदायक - Bathua is beneficial for teeth
बथुआ दाँतो के लिए लाभकारी होता है इसके लिए बथुआ के बीज का चूर्ण बनाकर दांतों पर दर्द वाली जगह पर रगड़ने से दर्द और सूजन में लाभकारी होता है।बथुआ के पत्ते को उबाल के पीस कर पेस्ट बना ले।इस पेस्ट को सूजन वाली जगह पर लगाने से भी आराम मिलता है।
बथुआ पेट के कीड़े को दूर करने के लिए फायदेमंद - Bathua is beneficial to remove stomach worms
बथुआ का सेवन पेट के कीड़े को दूर करने के लिए उपयोगी साबित होता है क्योंकि बथुआ के पत्ते में केरिडोल नामक रसायन पाया जाता है जो पेट मे आंतो के कीड़े और केंचुए को खत्म करने के लिए उपयोगी होता है।
और पढ़े - गाजर खाने के फायदे और नुकसान
बथुआ अनियमित माहवारी के लिए उपयोगी- Bathua is useful for irregular menstruation
बथुआ अनियमित मासिक धर्म को नियमित करने के लिए फायदेमंद साबित होता है।इसके लिए बथुआ के बीज और सोंठ को बारीक पीस कर मिश्रण तैयार करके रख दें।अब 400 ml पानी ले।इस पानी में 15-20 ग्राम पाउडर का मिश्रण डाले।और पानी को उबलने के लिए आग पर रख दें जब पानी 100 ml रह जाये तो आग से नीचे उतार कर ठंडा करके छान लें।इस पानी का कम से कम दो बार सेवन करें।ऐसा करने से जल्द ही अनियमित माहवारी से छुटकारा मिल सकता है।
बथुआ त्वचा के लिए लाभकारी - Bathua beneficial for skin
बथुआ त्वचा के लिए लाभदायक होता है क्योंकि बथुआ को उबालकर इसके रस का उपयोग या सेवन करने से चर्म रोगों सफेद दाग, खुजली, कुष्टरोग, फोड़े फुंसी, में फायदेमंद साबित होता है ।बथुआ के पत्ते को पीसकर इसका रस दो कप निकाल के रख ले।अब इस रस में तिल का तेल मिला कर हल्की आंच पर गर्म करें।जब बथुआ के रस का पानी पूरी तरह खत्म हो जाये तो इसे आँच से उतार कर ठंडा कर ले।इस तेल का प्रतिदिन प्रभावित त्वचा पर मालिश करने से लाभ मिलता है।
बथुआ के उबले हुए पानी से त्वचा को धोने से भी चर्म रोगों में राहत मिलती है।
और पढ़े - मटर के फायदे और नुकसान
बथुआ के नुकसान - Disadvantages of Bathua
किसी भी खाद्य पदार्थ का अधिक मात्रा में सेवन करना हानिकारक प्रभाव डाल सकता है।
बथुआ के नुकसान
- बथुआ में आक्सिजेलिक एसिड का उच्च मात्रा पायी जाती है।इस लिये इसके अधिक सेवन से डायरिया की सम्भावना बढ़ जाती हैं।
- बथुआ का सेवन गर्भवती महिलाओं को नहीं करना चाहिए।इसके उपयोग करने से गर्भपात की सम्भावना बढ़ जाती है।
- बथुआ का सेवन उचित मात्रा में ही करना चाहिए ।बथुआ का अधिक मात्रा में सेवन करने से कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
- बथुआ के सेवन से कुछ लोगों को एलर्जी होते की सम्भावना होती है ऐसे लोगों को बथुआ का सेवन नहीं करना चाहिए।
- बथुआ में प्रजनन विरोधी गुण पाया जाता है।इसलिए इसका सेवन उचित मात्रा में ही करें।
नोट-
बथुआ का सेवन किसी बीमारी का स्थायी समाधान नहीं है।बथुआ का सेवन बीमारी के प्रभाव को कम कर सकता है।किसी भी बीमारी का स्थायी समाधान एक अच्छा चिकित्सक (विशेषज्ञ) ही कर सकता है।बथुआ खाने के फायदे और नुकसान का यह लेख आप लोगों को कैसा लगा कमेंट करके जरूर बताये।
0 comments:
Post a Comment