भिंडी का परिचय - introduction of ladyfinger
ओकरा फूलों का एक पौधा है जो कि दुनिया के कई हिस्सों में लेडी फिंगर या भिंडी के रूप में जाना जाता है। इस रोचक पौधे का वैज्ञानिक नाम एबेलमोस्कस ऐस्क्युलेंटस (Abelmoschus esculentus) है।
भिंडी को अंग्रेजी में (ladyfinger) लेडी फिंगर कहते हैं।हालांकि यह ज्ञात नहीं है कि इस सब्जी की वास्तविक शुरुआत कहाँ से हुई थी, अनुसंधान कहते हैं कि यह दक्षिण एशियाई, पश्चिमी अफ्रीकी और इथियोपियाई मूल की हो सकती है।
भिंडी पाचन तंत्र के लिए उपयोगी - ladyfinger useful for Digestion system
भिंडी के सेवन से आप फाइबर को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं। भिंडी खाने से आँतों के कार्य नियमित होते हैं और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल बीमारियाँ जैसे ब्लोटिंग, ऐंठन, कब्ज और गैस में कमी होती है। यह दस्त को रोकने में भी मदद करती है क्योंकि यह पानी मेल में बल्क जोड़ती है।इसमें मौजूद फाइबर शरीर में अतिरिक्त कोलेस्ट्रॉल को साफ करने में मदद कर सकता है।
भिंडी मधुमेह के लिए उपयोगी - ladyfinger useful for Diabetes
मधुमेह के लिए भिंडी के लाभ बहुत सारे हैं। कीवी फल की तरह, भिंडी रक्त शर्करा के स्तर को स्थिर करने में बहुत प्रभावी साबित हुई है। इसमें इंसुलिन जैसी गुण हैं जो रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में सहायता करते हैं। भिंडी में पाए जाने वाले फाइबर का एक प्रकार यूजोनॉल है जो रक्त में शर्करा को स्थिर करने में मदद करता है।
भिन्डी अस्थमा के लिए उपयोगी - ladyfinger useful for Asthma
कई अध्ययनों से पता चला है कि आहार में भिंडी का सेवन आपके फेफड़ों के लिए फायदेमंद होता है क्योंकि इससे रुकावट और संचय से आपकी हवा की पाइप साफ हो जाती है।
इस प्रकार, यदि आप अस्थमा या सांस के रोगों से पीड़ित हैं तो भिंडी सेवन करना आपके लिए अच्छा होगा।
भिन्डी कब्ज से राहत के लिए उपयोगी - ladyfinger useful for Constipation relief
कब्ज एक प्रमुख समस्या है जो बहुत से लोग हर सुबह सामना करते हैं। इसकी प्रारंभिक अवस्थाओं में निपटा जाना चाहिए। कब्ज का मुख्य कारण एक अनुचित आहार है जो शरीर के लिए पर्याप्त फाइबर सामग्री का गठन नहीं करता है।
इस समस्या का एक अच्छा समाधान है कि आप हर रोज पर्याप्त मात्रा में भिंडी का सेवन करें। ओकरा के सेवन से आपके शरीर में पानी का समुचित अवशोषण होता है जो आँतो के उचित कार्यों को प्रेरित करता है।
भिंडी मोटापा कम करने के लिए उपयोगी - ladyfinger useful for Weight Loss
आपके आहार में उचित पोषण का अभाव आपके शरीर में अवांछित वसा को विकसित करने में मदद करता है ।जिसे मोटापा कहा जाता है।वसा युक्त भोजन करने से मोटापा हो ऐसा जरूरी नहीं होता है तो अगली बार जब आप वजन घटाने के लिए जाये तो अधिक भिंडी खाये ।
भिंडी स्वास्थ्य त्वचा के लिए उपयोगी - Ladyfinger useful for healthy Skin
भिंडी ना केवल आपके भोजन पर अच्छा प्रभाव पड़ता है, बल्कि यह आपकी त्वचा के लिए भी फायदेमंद है। विटामिन ए एक टीऑक्सीडेंट है जो त्वचा के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने, निशान और मुहासों की उपस्थिति को कम करने, झुर्रियों को नष्ट करने, और त्वचा की रक्षा करने में सक्षम है इसका कारण यह है कि एंटीऑक्सीडेंट मुक्त कणों को बेअसर करने में सक्षम है, जो उन त्वचा कोशिकाओं को क्षतिग्रस्त कर सकते है।
भिंडी प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए उपयोगी - ladyfinger useful for Immune System
भिंडी में मौजूद विभिन्न एंटीऑक्सीडेंट घटक मुक्त कणों से लड़ने के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं, लेकिन इसमें मौजूद उच्च विटामिन सी भी सामान्य प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाती है।विटामिन सी अधिक सफेद रक्त कोशिकाओं को बनाने के लिए प्रतिरक्षा प्रणाली को उत्तेजित कर सकती है, जो शरीर में अन्य बाहरी रोगजनकों से मुकाबला कर सकती हैं।
भिंडी उच्च रक्तचाप को कम करने के लिए उपयोगी- ladyfinger useful for Lower of High Blood Pressure
भिंडी पोटेशियम सहित विटामिन और खनिजों दोनों का अच्छा स्रोत है, जो मानव स्वास्थ्य के लिए अनिवार्य है। पोटेशियम शरीर में उचित द्रव संतुलन बनाए रखने के लिए आवश्यक है, क्योंकि यह सोडियम संतुलित करता है। इसके अलावा, पोटेशियम रक्त वाहिकाओं और धमनियों को आराम देने में मदद करता है, जिससे उच्च रक्तचाप कम हो जाता है और कार्डियोवस्कुलर सिस्टम पर तनाव कम हो जाता है।इसका मतलब यह है कि रक्त का जमना और धमनियों का शख्त होना बहुत कम हो जाता है।
भिंडी आँखों के लिए लाभदायक - ladyfinger Benefits for Eyes
भिंडी में विटामिन ए बहुत ही उच्च सामग्री में होता है, साथ ही बीटा कैरोटीन, एक्सैथीन, और ल्यूटिन जैसे एंटीऑक्सीडेंट घटक होते हैं। एंटीऑक्सिडेंट शक्तिशाली यौगिक हैं जो मुक्त कण को नष्ट या बेअसर करते हैं। मुक्त कण शरीर में कोशिकाओं के बिगड़ने के लिए ज़िम्मेदार हैं, जिसमें दृष्टि की कोशिकाएं भी शामिल हैं। अपने आहार में ओकरा के उच्च स्तर के साथ, आपको आंखों में धब्बेदार विकार और मोतियाबिंद सहित दृष्टि के अन्य रोगों से राहत मिलती है।
भिंडी बालों के लिए लाभदायक- ladyfinger benefits for hair
भिंडी अनियंत्रित, घुंघराले और बेजान बालों को उछाल देती है। ओकरा विभिन्न तरीकों से बालों को लाभ देती है और एक अच्छे हेयर कंडीशनर के रूप में कार्य करती है, शुष्क और खुजली वाली स्कैल्प के लिए स्कैल्प मॉइस्चराइजर रूसी और जूँ से लड़ती है और आपके बालों को एक युवा चमक मिलती है।
भिन्डी अल्सर के लिए उपयोगी- Lady Finger useful for Ulcer
भिंडी पेट या मुंह के अल्सर से पीड़ित लोगों के लिए फायदेमंद है। इसमें घाव को भरने वाले गुण होते हैं और यह आपके शरीर के जोड़ों को फिट आकार में रखने में मदद करती है। यह आपके आंत में अल्सर को बनने से रोकती है क्योंकि इसमें पेट में अम्लता को निष्क्रिय करने के गुण होते हैं, इस प्रकार यह आपकी आंतों को स्वस्थ रखने में मदद करती है।
भिंडी खुजली उपचार के लिए उपयोगी - ladyfinger useful for itching treatment
अक्सर ऐसा देखा जाता है, कि जब लोगों को खुजली होती है, तो वे खुजली के इलाज के लिए वे कई तरह के नुस्खे आजमाते हैं। कई बार जब कोई उपाय काम ना करे, तो आप भिंडी के फल को पीसकर लेप बना लें। इसे खुजली वाले स्थान पर लगाएं। इससे खुजली ठीक हो जाती है।
भिंडी दस्त के उपचार के लिए उपयोगी - ladyfinger useful for Diarrhea treatment
दस्त में भी भिंडी का प्रयोग करना फायदेमंद होता है। दस्त की बीमारी में भिण्डी के फलों को मसल लें। इसमें मिश्री मिला लें। इसका सेवन करें। इससे दस्त में लाभ होता है।
भिंडी पेचिस के इलाज के लिए उपयोगी -ladyfinger useful for Dysentery treatment
आप भिंडी के प्रयोग से पेचिश में लाभ ले सकते हैं। इसके लिए भिण्डी के फल की सब्जी बनाकर खाएं। इससे पेचिश में लाभ होता है।
किसी व्यक्ति को पेशाब में जलन की परेशानी हो तो उसे भिंडी के फूलों का काढ़ा बनाकर उसमें 10-15मिली मिश्री मिलाकर सेवन करना चाहिए इससे पेशाब की जलन की समस्या दूर हो जाती है।
मूत्र रोग में भिंडी के सेवन से लाभ -ladyfinger benefit in treating urinary disease
मूत्र रोग जैसे पेशाब का रुक-रुक कर आना,पेशाब करते समय दिक्कत होना, पेशाब करते समय दर्द होना, मूत्र नलिका संबंधित विकार हो तो भिंडी का उपयोग फायदा पहुंचा सकता है। इस रोग में भिण्डी के फल का काढ़ा बनाकर 10-15 मिली मात्रा में पीएं। इससे मूत्र रोग ठीक होता है।
भिंडी सुजाक(यौन रोग)के लिए फायदेमंद - ladyfinger beneficial for gonorrhea
- सुजाक एक यौन रोग है, जो स्त्री या पुरुष किसी को भी हो सकता है। कई पुरुषों में सुजाक के लक्षण दिखाई नहीं पड़ते। सामान्यतः पुरुषों में इस बीमारी में पेशाब करते समय जलन होने लगते हैं। लिंग से सफेद, पीला या हरा स्राव होता है। इसी तरह महिलाओं में भी पेशाब करते समय दर्द, या जलन होती है। मासिक धर्म के बीच योनि से खून भी निकलता है। इसमें 1-2 ग्राम भिण्डी की जड़ के चूर्ण में मिश्री मिलाकर खाने से लाभ होता है।
- 5-10 मिली भिण्डी फल का काढ़ा का सेवन करने से भी सुजाक में लाभ होता है।
भिंडी ल्यूकोरिया उपचार के लिए उपयोगी - ladyfinger useful for leukorrhea treatment
भिंडी का सेवन करने से ल्यूकोरिया मे भी फायदासे लिया जा सकता है। इसके लिए 15-20 मिली फल का काढ़ा बनाकर सेवन करें। इससे ल्यूकोरिया में लाभ होता है।
भिंडी योनि रोग उपचार के लिए उपयोगी - ladyfinger useful for vaginal disease treatment
योनि से संबंधित विकारों में भिण्डी की जड़ का पेस्ट बना लें। इसे 1-2 ग्राम की मात्रा में दिन में तीन बार सेवन करें। एक माह तक सेवन करना है। इससे योनि से संबंधित रोगों में लाभ होता है।
भिंडी वीर्यपात (शीघ्रपतन)के लिए उपयोगी - ladyfinger useful for premature ejaculation
वीर्यपात ( शीघ्रपतन )से बहुत से लोग परेशान रहते हैं, और इस समस्या से निजात पाने के लिए अपना इलाज भी कराते हैं। शीघ्रपतन की समस्या में भी भिंडी का सेवन फायदा पहुंचाता है। भिण्डी के फलों को मसल लें। इसमें मिश्री मिला लें। इसका सेवन करने से वीर्यस्राव की परेशानी में लाभ होता है।
भिंडी आग से जलने पर उपयोगी - ladyfinger useful on fire burning
अगर आग से कोई अंग जल जाए, तो भिंडी का उपयोग करें। भिण्डी के पत्तों को पीसकर जलने वाले स्थान पर लगाएं। इससे जलन शांत हो जाती
भिंडी के औषधीय गुण बचाएँ कैंसर से - Lady Finger for Cancer
भिंडी में पाए जाने वाला अघुलनशील फाइबर आंतों के मार्ग को साफ करता है और बृहदान्त्र-रक्त कैंसर के खतरे को कम करता है। ओकरा में मौजूद उच्च एंटीऑक्सीडेंट हानिकारक मुक्त कणों से प्रतिरक्षा प्रणाली की सुरक्षा में मदद करते हैं और कोशिकाओं के उत्परिवर्तन (mutation) को रोकते हैं
भिंडी के हानिकारक प्रभाव - side effects of ladyfinger
भिंडी एक सब्जी है, जिसके उपयोग से कुछ लोगों को नुकसान भी हो सकता है, इसलिए भिंडी का उपयोग करते समय बातों का ध्यान रखना जरूरी हैः-
- खांसी में भिंडी का सेवन ना करें।
- पाचनतंत्र विकार (मन्दाग्नि) में भिंडी का सेवन नहीं करना चाहिए।
- वात रोग में भिंडी का सेवन करने से नुकसान हो सकता है।
- साइनस (पीनस रोग) में भिण्डी का सेवन नहीं करना चाहिए।
Good
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