चैत्र नवरात्रि पर्व 2023 Chaitra Navratri Festival 2023
चैत्र नवरात्रि का हिंदू धर्म में बहुत ही अधिक महत्व है। इस दिन अर्थात चैत्र नवरात्रि के दिन से हिंदू नव वर्ष का प्रारंभ हो जाता है।चैत्र नवरात्रि 2023 को विक्रम संवत 2080 आरम्भ होगा।एक वर्ष में चार नवरात्रि पर्व मनाया जाता है।लेकिन चैत्र नवरात्रि पर्व सबसे अधिक विशेष है।
Chaitra Navratri 2023 |
नवरात्रि पर्व में देवी शक्ति के नौ रूपों की साधना और आराधना की जाती है।भगवान श्री राम ने भी चैत्र नवरात्रि में देवी शक्ति की नौ रूपों की आराधना और साधना करके लंकापति रावण का वध किये थे।इस लिए इस दिन को रामनवमी के रूप में मनाते हैं।
चैत्र नवरात्रि कलश स्थापना मुहूर्त - Chaitra Navratri Kalash Sthapana Muhurta
चैत्र नवरात्रि पर्व पर कलश स्थापना 22 मार्च 2023 दिन बुधवार को सुबह 06:23 से 07:39 के मध्य में करना उचित होगा।क्योंकि शुभ मुहूर्त में कलश स्थापना करना लाभदायक और हितकर होता है।घटस्थापना के लिए राहु काल को अशुभ मुहूर्त माना जाता है ।
चैत्र नवरात्रि कलश स्थापना सामग्री - Chaitra Navratri Kalash Installation Material
चैत्र नवरात्रि पर्व के पहले दिन शुभ मुहूर्त में कलश स्थापना किया जाता है।कलश स्थापना के लिए मिट्टी का कलश या तांबा का कलश ,एक सिक्का, थोड़ी सी मिट्टी,मिट्टी का ढक्कन कलश ढकने के लिए,मिट्टी का दीपक, कलावा,सबूत सुपारी, नारियल,लाल कपड़ा, गंगाजल, अक्षत, हल्दी तिलक, पान का पत्ता,फूल माला, जौ अनाज,भोग के लिए मिठाई और फल,रंगोली या चौका बनाने के लिए साफ आटा,कलश के ढक्कन में रखने के लिए चावल, गेंहू या जौ,दही,देवी माता की तस्बीर या मूर्ति, चौकी, लाल या पीला कपड़ा चौकी पर बिछाने के लिए,देवी माता के लिए चुनरी,दुर्गा चालीसा, दुर्गा सप्तशती आदि वस्तुओं की जरुरत होती है।
घटस्थापना विधि - subtraction method
नवरात्रि के पहले दिन शुभ मुहूर्त में घटस्थापना करना चाहिए।इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठ कर नित्य कर्म करके स्नान करें और माता रानी का ध्यान वन्दन करें।सूर्य उदय के तुरंत बाद शुभ मुहूर्त में घटस्थापना की तैयारी करें।चैत्र नवरात्रि पर्व में घटस्थापना के लिए नवरात्रि के पहले दिन एक मिट्टी या ताँबे का कलश ले और घर के पूजा स्थान पर ( जो साफ सुथरा हो )शुभ मुहूर्त में ईशान कोण दिशा में स्थापना करना चाहिए।
चैत्र नवरात्रि अखण्ड ज्योति प्रज्वलित करने के नियम - Rules for lighting the Akhand Jyoti during Chaitra Navratri
चैत्र नवरात्रि में अखंड ज्योति प्रज्वलित करने के नियम है।नवरात्रि पर्व के पहले दिन यानी कि कलश स्थापना के दिन ही अखंड ज्योति प्रज्वलित की जाती है जो नौ दिनों तक जलती रहती है।जिस घर में नौ दिनों तक अखंड ज्योति जलती है उस घर में सुख समृद्धि का वास होता है।इसके साथ ही माता रानी का आशीर्वाद भी बना रहता है।इस अखंड ज्योति के पास हमेशा एक व्यक्ति को रहना चाहिए अखंड ज्योति को कभी भी अकेले नहीं छोड़ना चाहिए।अखंड ज्योति को हमेशा आग्नेय कोण की दिशा में ही रखना चाहिए और माता रानी की मूर्ति या फोटो के दाईं ओर रखना चाहिए।इस प्रकार नवरात्रि पूजा का पूरा फल प्राप्त होता है।
चैत्र नवरात्रि में क्या करें - what to do in chaitra navratri
- नवरात्रि पर्व में लोग माता दुर्गा की कृपा पाने के लिए 9 दिनों तक व्रत करते हैं ऐसे में माता दुर्गा का पूजन सुबह और शाम दोनों समय विधि-विधान के साथ करना चाहिए।
- नवरात्रि पर्व में पूजा करने के बाद दुर्गा चालीसा और दुर्गा सप्तशती का भी पाठ अवश्य करना चाहिए। इससे मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं और जातकों की मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं। साथ ही मां दुर्गा की आरती भी करें
- नवरात्रि पर्व में कोई व्यक्ति 9 दिनों का व्रत कर रहा हैं तो उसे चारपाई या बेड के बजाए जमीन पर बिस्तर बिछा कर सोना चाहिए।
- नवरात्रि में केवल व्रती को ही नहीं, बल्कि पूरे परिवार को सात्विक भोजन ही ग्रहण करना चाहिए। अगर आप व्रत करते हैं तो इस शुद्ध विचार और अच्छे कर्म करने चाहिए।
चैत्र नवरात्रि में क्या न करें - What not to do in Chaitra Navratri
- ध्यान रखें कि नवरात्रि में मांसाहार और तामसिक भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए. तामसिक भोजन में लहसुन प्याज भी शामिल है.
- नवरात्रि के दौरान शराब, पान और गुटखा या नशे से जुड़ी किसी भी चीज का सेवन करना निषेध होता है.
- यदि कोई व्यक्ति नवरात्रि का व्रत करता है तो उसे ब्रह्मचर्य के नियमों का पालन अवश्य करना चाहिए. ऐसा न करने से व्रत भंग हो सकता है.
- नवरात्रि में दाढ़ी, मूंछ नहीं बनवाने चाहिए और न ही नाखून काटने चाहिए.
- नवरात्रि में मनुष्य को गलत विचार व सोच नहीं रखनी चाहिए. ध्यान रखें कि इस दौरान किसी महिला का भी अपमान करना पाप होता है.
चैत्र नवरात्रि 2023 दिन तिथि देवी रुप पूजन - Chaitra Navratri 2023 day date goddess form worship
चैत्र नवरात्रि 2023 दिन तिथि तथा देवी रूपों का विवरण इस प्रकार है।
नवरात्रि का पहला दिन : 22/03/ 2023, बुधवार - प्रतिपदा (मां शैलपुत्री)
नवरात्रि का दूसरा दिन : 23/03/2023, गुरुवार - द्वितीया (मां ब्रह्मचारिणी)
नवरात्रि का तीसरा दिन : 24/03/2023,शुक्रवार - तृतीया (मां चंद्रघंटा)
नवरात्रि का चौथा दिन : 25/03/2023,शनिवार - चतुर्थी (मां कुष्मांडा)
नवरात्रि का पांचवा दिन : 26/03/2023,रविवार - पंचमी (मां स्कंदमाता)
नवरात्रि का छठवां दिन : 27/03/2023,सोमवार - षष्ठी (मां कात्यायनी)
नवरात्रि का सातवां दिन : 28/03/2023,मंगलवार - सप्तमी (मां कालरात्रि)
नवरात्रि का आठवां दिन : 29/03/2023,बुधवार - अष्टमी (मां महागौरी)
नवरात्रि का नौवां दिन : 30/03/2023,गुरुवार - नवमी (मां सिद्धिदात्री)
नोट
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