सूर्य ग्रहण एक खगोलीय घटना होती है।परन्तु ज्योतिष शास्त्र के गणना के अनुसार इसके लाभ और हानि भी होते होते हैं।Surya grahan kab hai
सूर्य ग्रहण से मनुष्य के जीवन पर भी प्रभाव पड़ता है किसी मनुष्य को लाभ का सामना करना पड़ता है किसी मनुष्य को लाभ का यह सब ग्रह नक्षत्र की चल पर निर्भर करता है।
सूर्य ग्रहण 2023 कब है -
इस साल चार ग्रहण हैं. जिसमें पहला सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल 2023 को और पहला चंद्र ग्रहण 5 मई को लग चुका है. अब इस वर्ष के अंतिम दो ग्रहण लगने जा रहे हैं. जिसमें, 14 अक्टूबर को लगने वाला सूर्य ग्रहण भारत में दृश्य नहीं होगा.
, 14 अक्टूबर से 4 नवंबर तक के 20 दिन भी खगोलीय घटनाक्रम के नजरिए से बेहद विशेष माने जा रहे हैं, जिसका प्रभाव धरती पर प्राकृतिक आपदा, भूकंप, महामारी, सुनामी, बड़े देशों में युद्ध की स्थिति के रूप में देखा जाएगा.
सूर्य ग्रहण 2023 कब है
2023 में कुल मिलाकर चार ग्रहण हैं. जिसमें दो सूर्य ग्रहण और दो चंद्र ग्रहण हैं. प्रथम सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल 2023 को लगा था और पहला चंद्र ग्रहण 5 मई को लगा था. अब आने वाले दो ग्रहण एक सूर्य ग्रहण और एक चंद्र ग्रहण अश्विन महीने में पड़ेंगे. यह दोनों ग्रहण एक ही महीने में पड़ रहे हैं.
सूर्य ग्रहण 2023 समय -
साल का दूसरा सूर्य ग्रहण अश्विन कृष्ण पक्ष अमावस्या पर 14 अक्टूबर, शनिवार को लगेगा. यह सूर्य ग्रहण कंकड़ाकृति सूर्य ग्रहण होगा. इसकी विशेषता यह है कि यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा. मूल रूप से यह सूर्य ग्रहण उत्तरी अमेरिका, मध्य अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका तथा उत्तरी अफ्रीका का किनारा, अटलांटिक और प्रशांत महासागर में दिखाई देगा. भारतीय समयानुसार, 14 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण शनिवार को रात में 8 बजकर 34 मिनट पर प्रारंभ होगा और इसका समापन रात 2 बजकर 25 मिनट पर होगा.
सूर्य ग्रहण 2023 सूतक काल मान्य या अमान्य
यह ग्रहण भारत में दृश्यमान नहीं होगा. इसलिए, इसका सूतक काल भारत में मान्य नहीं होगा. यानी कि इस ग्रहण का देश दुनिया पर भौतिक प्रभाव, आध्यात्मिक प्रभाव, सूतक का प्रभाव या किसी प्रकार का धार्मिक प्रभाव नहीं पड़ने वाला है. इस ग्रहण के दौरान भारत में रहने वाले सभी लोगों के लिए सामान्य दिनचर्या होगी. शास्त्रों की मानें तो ग्रहण जहां लगता है और जहां दिखता है वहीं इसका प्रभाव भी पड़ता है. इसलिए, भारत में यह ग्रहण न दिखने के कारण इसका कोई भी प्रभाव भारतवासियों पर नहीं पड़ने वाला है.
सूर्य ग्रहण 2023 का प्रभाव -
अगर इस ग्रहण को विश्व परिप्रेक्ष्य में देखा जाए तो निश्चित रूप से अश्विन महीने में यानी कि एक ही महीने में लगने वाले दो ग्रहण समाज के लिए, विश्व के लिए अच्छा नहीं है. धर्म शास्त्रों में स्पष्ट रूप से बताया गया है कि अगर एक ही महीने में दो ग्रहण लगते हैं तो यह विश्व के लिए समाज के लिए अच्छा नहीं माना गया है.
सूर्य ग्रहण 2023 कहां कहाँ दृश्यमान -
यह सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा. साल का दूसरा सूर्यग्रहण दक्षिण अमेरिका के क्षेत्रों को छोड़कर उत्तरी अमेरिका, कनाडा, ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड, ग्वाटेमाला, मैक्सिको, अर्जेटीना, कोलंबिया, क्यूबा, बारबाडोस, पेरु, उरुग्वे, एंटीगुआ, वेनेजुएला, जमैका, हैती, पराग्वे, ब्राजील, डोमिनिका, बहामास, आदि जगहों पर दिखाई देगा.
सूर्य ग्रहण 2023 उतपत्ति का रहस्य
सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है और पृथ्वी पर छाया डालता है. इस अवस्था में वो सूर्य के प्रकाश को पूरी तरह या आंशिक रूप से ढक लेता है. कंकणाकृति सूर्य ग्रहण मिला जुला सूर्य ग्रहण माना जाता है जिसमें ग्रहण एक कुंडलाकार सूर्य ग्रहण के रूप में शुरू होता है फिर धीरे-धीरे यह पूर्ण सूर्य ग्रहण में बदल जाता है और फिर वापस आकर कुंडलाकार सूर्य ग्रहण में बदल जाता है.
सूर्य ग्रहण 2023 के समय क्या नहीं करें
1. सूर्य ग्रहण के बाद गंगाजल से स्नान करें. पूरे घर और देवी देवताओं को शुद्ध करें.
2. ग्रहण के दौरान सीधे सूर्य को देखने से बचना चाहिए.
3. ग्रहण के दौरान बाहर जाने से बचें. साथ ही ध्यान रखें कि आप कोई गलत काम न करें.
4. ग्रहण के बाद हनुमान जी की उपासना करें.
सूर्य ग्रहण 2023 खाना खाने की मनहाई
धार्मिक शास्त्रों में बताया गया है कि सूर्य ग्रहण के दौरान कुछ भी नहीं खाना चाहिए. स्कंद पुराण में भी उल्लेखित है कि सूर्य ग्रहण के दौरान भोजन करने से सेहत पर गलत असर पड़ता है. यह भी बताया गया है कि सूर्य ग्रहण के समय भोजन करने से सारे पुण्य और कर्म नष्ट हो जाते हैं.
सूर्य ग्रहण 2023 किस देश में दृश्यमान होगा -
चमकदार अंगूठी जैसा सूर्य ग्रहण पूरी दुनिया में सिर्फ Spencer में दिखाई देगा। उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका में आंशिक सूर्य ग्रहण दिखेगा। नेवादा, ओरेगन, यूटा, न्यू मैक्सिको, मध्य अमेरिका, कोलंबिया और ब्राजील के कुछ a में भी सूर्य ग्रहण दिखेगा, लेकिन सूर्य ग्रहण देखना आसान नहीं होगा। विशेषज्ञों के मुताबिक, सूर्य ग्रहण अगर देखना है तो कुछ सावधानियां बरतनी होंगी, वरना आंखों की रोशनी गंवा बैठेंगे। सूर्यग्रहण के दौरान खतरनाक सोलर रेडिएशन निकलता है, जो आंखों के नाजुक टिशू को नुकसान पहुंचा सकता है। इससे आंखें खराब भी हो सकती हैं। सूर्य ग्रहण के आंखों पर इस प्रभाव को रेटिनल सनबर्न के नाम से जाना जाता है।श्व
सूर्य ग्रहण देखने के लिए ये सावधानियां बरतें
- सूर्य ग्रहण देखने के लिए स्पेशल चश्मे मार्केट में मिलते हैं, जो ISO प्रमाणित होते हैं।
- कैमरे में फिल्टर लगाकर सूर्य ग्रहण देख सकते हैं।
- पिन होल कैमरे या टेलीस्कोप लगाकर पर्दे पर सूर्य ग्रहण देखें।
- सूर्य ग्रहण को सीधे नंगी आंखों से न देखें।
- एक्स-रे फिल्म या साधारण चश्मे से भी सूर्य ग्रहण नहीं देखना चाहिए।
- पेंट किए हुए शीशे से भी सूर्य ग्रहण देखना आंखों के लिए ठीक नहीं होगा।
- पानी में सूर्य ग्रहण देखने से भी आंखों को नुकसान पहुंच सकता है।
सूर्य ग्रहण देखने का एक तरीका
- एक कार्ड शीट में पिन होल करें।
- नीचे सफेद कागज रखें।
- होल के जरिए कागज पर सूर्य की छवि देख सकते हैं।
- सीधे देखने के लिए वेल्डर ग्लास #13 या #14 प्रयोग कर सकते हैं।
- मेकअप किट मिरर को काले कागज से ढककर बीच में छेद करें।
- कागज पर पड़ने वाली किरणों से दीवार पर सूर्य ग्रहण का प्रतिबिंब देख सकते हैं।
0 comments:
Post a Comment